Thursday, April 3, 2014

Some of people are always comment of BJP

Some of people are always comment of BJP Mostly on Narendra Modi ... and Share a lot of fake information ...and also feel proud to be support AAP...

क्या आप समझ सकते हो कि इस टाइप के लोग क्या चाहते ह। ।असल में वो कांग्रेसी एजेंट्स h...

Congress + AAP = Kejriwal
AAP + Congress = PM Rahul

सोचो जब APP शुरू भी नहीं हुई थी तब इन सब
लोगो कि सोच क्या थी क्या उस टाइम भी ये बीजेपी के बारे मैं इस टाइप के कमेंट करतै थे। अगर नहीं तो क्या ये फिर से कांग्रेस को support करते। ।

मैने कभी इस टाइप के लोगो को कांग्रेस के बारे मैं कमेंट करते नहीं देखा। ।इस का मतलब तो यही हुआ। … कांग्रेस का हाथ AAP के साथ। = कांग्रेस फिर से CENTER मै…जैसा Delhi मै हुआ tha..अब तक तो एक से ही दुखी थे अब दोनों मिल कर देश को बर्बाद करेगी।।।

समझो दोस्तों अपने वोट क़ी कीमत..मोदी को लाना ह देश को बचना ह। ..

अपने वोट केवल बीजेपी को दो ! कमल का बटन दबाना ह ..नया इतिहास बनाना ह। .

(हर हर महादेव)


Tuesday, August 13, 2013

पियाज ली डूबी बीजेपी को

पियाज ली डूबी बीजेपी को

हम सब को पता ह की बीजेपी के टाइम मे पियाज के दाम १०० रुपये किलो हो जाने से बीजेपी को काफी मुशकिलो  का सामना करना पड़ा. उस टाइम हर बात मे पियाज का जिक्र कर के कोई न कोई इशू खड़ा कर  दिया जाया।

और वही पियाज के इशू ने बीजेपी को शीट से हटा दिया। हर इंसान की जुबान पर बस यही बात क्या कर  सकती ह ये गवर्मेंट जिस ने पियाज का दाम इतना बढ़ा दिया, बस तंग हो गये इस से, इस गवर्मेंट से तो पहले वाली ही सही थी. पर हमारा सोचना कितना गलत था.

दोस्तों आज तो पियाज ही नहीं सब कुछ इतना महगा हो गया ह पर फिर भी हम कुछ नहीं कर पा रहे ह., कुछ कर  नहीं रहे वो तो ठीक पर कुछ कह  भी नहीं पा रहे ह.

खाना खाने की थाली ५ या १२ रुपये की ह, ये काल्पनिक बाते जो मनिस्टर करते ह उन को सही से बताना पड़ेगा की आज इंसान ५ या १२ रुपये मे  पियाज भी नहीं खरीद सकता तो खाना कहा से खायेगा।

आप  सभी दोस्तों से अनुरॊद ह की इस बार अपने वोट की कीमत से बता दो की क्या सही ह क्या गलत.

हैप्पी इंडिपेंडेंस डे। ......

जय हिन्द
मोहन शर्मा

Thursday, August 8, 2013

भारतीय सैनिको का दर्द...

हम आम इंसान को नहीं पता कि सरहद पर लड़ाई का क्या रूप ह। बस पता ह तो इतना की जंग छिड गई ह और मेरे देश का वीर पूरी वीरता के साथ दुसमन का मुकाबला कर रहा ह.

हम सब बस मीडिया या मूवी के माध्यम से देखते ह की जंग मे क्या हो रहा ह. वो भी थोडा बहुत. पर दोस्तों जंग की वास्तविकता को कुछ और ही ह।

पाकिस्तान की नापाक करतुते, सहीद हेमराज का सर काटना, जरा सॊचो की एक ऊँगली मे  थोडा सा कट लग जाये तो क्या होता ह., पर  गुस्ताख पाकिस्तान ने हिन्दुस्तान के  एक वीर सेनिक का सर हे काट दिया, कितनी पीड़ा हुई होगी मेरे देश के उस बेटे को जो हमारे देश की रक्षा के  लिए सहीद हो गया, हमारी, आप सब की रक्षा कई लिए सहीद हो गया और हम सब ने क्या किया। कुछ नहीं।

अभी पाकिस्तान ने फिर से  यही दुस्साहस कर ५ जवानों को सहीद कर  दिया और हम बस सॊच रहॆ ह., और हमारे नेता लोग सांसद मे उल्टी सीधी  बयान बजी कर रहे ह. आप को लगता ह ये नेता हमारे देश कई लिए सही ह. क्या माफ़ी मागने साईं सब कुछ ठीक हो गया. क्या पाकिस्तान को उस कई दुस्साहस का जवाब नहीं देना चहिये।

क्या आप सभी इस बात से सहमत ह की अब हमारे को बयान बजी या माफ़ी नहीं सीधा जवाब चहिये, कि "अब पाकिस्तान से बदला लेने की बरी ह, फिर चीन को भी सबक सिखाने  की तैयारी ह."

मै  कल बॉर्डर मूवी देख रहा था. हमारे देश का एक एक वीर १०० पाकिस्तानियों पर  भरी था, बड़ी वीरता से लड़ाई लड़ी गई और विजय भी हुई हिंदुस्तान कि. पर मैने वही पर एक बात और भी देखी, वीरता भरी उस लड़ाई मे मेरे देश के कुछ सैनिक जिन को गोली लगी थी वो धीरे धीरे वीरगति को लीन हो गये.

क्या उन को पीड़ा या दर्द नहीं होता . क्या वो हम और आप जैसे  नहीं ह., क्या वो हम से  अलग ह, अगर नहीं तो फिर क्यों हमारी गवर्मेंट कोई एक्शन नहीं लेती।

हम मे से कोई भी उस पीड़ा का अनुमान नहीं लगा सकता। ये मेरे देश का दुर्भाग्य ह जिस मे नेता लोग सब कुछ जानते हुए भी बयान पर बयान बाजी करते ह पर  कोई एक्शन नहीं लेते। 

बड़ा दुःख ह की उन को सायद इस दर्द का अहसास नहि. मै  तो कहता हु किसी को मनिस्टर तब ही बनाया जाये जब उस का बेटा आर्मी ज्वाइन करे और उस की ड्यूटी भी सरहद पर हो. तभी वो मनिस्टर बने.

मै अपनी बात से यही कहना चहाता हु. की समझो उस वीर को, उस का देस के  लिए बलिदान को, कही ऐसा दिन न आ जाये की तुम माफ़ी मागने लायक भी न रहो.

जय हिन्द
मोहन शर्मा
नमो नमहा

Monday, August 5, 2013

अफसर VS मिनिस्टर

अफसर VS मिनिस्टर
युवा आईएएस अफसर दुर्गा शक्ति और राजिस्थान के आईपीएस अफसर को ससपेंड करने की बात कहा  तक सही ह.

अब इंडिया मे आईएस और आईपीएस अफसर भी सेफ नहीं ह तो हम जैसे आम इंसान का क्या होगा,

सोचने की बात ह की क्या हो रहा ह देश मै. ये मिनिस्टर किसी की नहीं सुन सकते। कुछ नहीं होगा अनसन करने से. सब को वोट बैंक की पड़ी ह. देश की तरफ कोई सॊच ही नहीं रहा. चीन बार बार आख दिखा रहा ह. पर  वहा पर कोइ मिनिस्टर कुछ नहीं बोलता। ऐसा ही होता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब मुहम्मद गोरी और पृथ्वी राज चौहान वाला इतिहास सही न हो जाये।

सही व्यक्ति को पहचानो और अपने वोट की कीमत जानो. 

जय हिन्द.
मोहन शर्मा

Thursday, July 25, 2013

आजाद देश का एक आज़ाद नागरिक, कुछ कहना चाहता हु

मै मोहन शर्मा,
                     आजाद देश का एक आज़ाद नागरिक, कुछ कहना चाहता हु, सभी देश वासियों से आशा करता हु की शायद सभी देश वासी इस बात से सहमत हो. आप सब भी कुछ दॊ शब्द जरुर कहे, और इस बात को आगे बढने मे योगदान करे.

मानिये नरेन्द्र मोदी vs US Visa

१. आज कल न्यूज़ मे मानिये नरेन्द्र मोदी  और US Visa को लेकर एक जंग छिड़ी हुई ह. क्या हम भरतीयो को नहीं लगता की ये आदरनिये मनिस्टर लोग किस बात पर लड़ाई कर रहे ह.

२. क्या नहीं लगता की जो आदरनिये मनिस्टर हमारी वजह से शीट पर ह वो बस आपसी लड़ाई ही लड़ रहे ह. देश पर किसी का ध्यान नहीं.  देश की सुरक्षा पर किसी का ध्यान नहीं.

३. क्या हम देस वासियों को नहीं लगता की जो आदरनिये मनिस्टर हमारे को १ या २ रुपये किलो गेहू देने की बात कर रहे वह गलत ह. 

मानिये नरेन्द्र मोदी vs visa को ले कर विवाद खड़ा हो गया ह, "पर क्यों" मै किसी मनिस्टर से ये नहीं पूछना चाहता. पर मे ये पूछना चाहता हु की क्या कभी लोक सभा और विधान सभा के आदरनिये मंत्री गन आप ने इस तरहा का कोई लेटर साइन कर के चीन के खिलाफ क्यों नहीं दिया अपने मानिये परधानमंत्री जी को. जो बार बार हमारे देश की सीमा मे घुस रहा ह.

आप सभी ने इस तरहा का कोई लेटर साइन कर के क्यों नहीं दिया हमारे मानिये परधानमंत्री जी, जब पकिस्तान ने हिमाकत की हमारे देश के एक सूर वीर का सर कटने की. देश का बेटा मारा गया और हम फ्लैग मीटिंग ही करते रहे.

"सभी आदरनिये मंत्री गन जवाब दो इस देश कि जनता को कि क्या कमी थी हमारे पास जो हम पकिस्तान कि मुह तोड़ जवाब ना दे सके, क्या कमी ह हमारे पास जो हम चीन को मुह तोड़ जवाब नहीं दे सकते. हम को मीडिया के माध्यम से ये मत बताओ कि चीन ने कितनी बार घुस पैठ कि और वो खुद चले गए, ये बताओ कि हम ने कितनी बार उन को देश कि सीमा से खदेड़ा"

घर मे लड़ रहे हो और दुश्मन फायदा उठा रहा ह.

महगाई इतनी ह कि 15 से 20 हजार रुपये कमाने वाला व्यक्ति अपने लिए खाने तक का टाइम नहीं निकल पा रहा. सॊच रहा ह कि महगाई और बढ़ गई तो घर कैसे चलेगा. बच्चो का एडमिशन कैसे करेगा, बहिन कि शादी कैसे करेगा और भी बहुत कुछ.

और आप कहते हो कि 32  से ३३.3 रुपये कमाने वाला व्यक्ति गरीबे रेखा से उप्पर ह.

मैने १ या २ रुपये किलो गेहू वाली बात उप्पर कही ह. "क्या गवर्मेंट हमारे को काम नहीं दे सकती, क्या गवर्मेंट हमारे को रोजगार नहीं दे सकती, क्या गवर्मेंट सभी सेक्टर मे गवर्मेंट कंपनी नहीं खॊल सकती, अगर खॊलि ह तो क्या और नहीं बढ़ा सकती, क्या हम इम्पोर्ट कम कर के देश मे मैन्युफैक्चरिंग जयादा नहीं कर सकते, जिस से हर इंसान को काम मिले और वो खुद गेहू खरीद सके, आत्म निर्भेर बन सके.

और देश के घोटाला, मनो देश पर किसी का काला साया पड गया.  जब न्यूज़ देखो तब एक घोटाला. और वो एक ही इतना बड़ा होता ह कि जैसी घोटाला करने वालो ने इंसान का नहीं हाथी का जनम लिया ह.

मै और भी बहुत कुछ कहुगा हो सकता ह  कि मेरी इस बात से कोई दबंग मेरे से भी लड़े, जैसा कि मुंबई मे अदिति रेस्टोरेंट वाले के साथ हुआ.

जय हिन्द.
मोहन शर्मा